...'coz love is all there is!
वाह!!!वाह!!! क्या कहने, बेहद उम्दा
आपके ब्लॉग पर पहली दफा आया हूँ.सुन्दर प्रस्तुति है आपकी.आपको पढकर अच्छा लगा.मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है.
क्यूँ तमाम बातों को हमेशा ही हदों तक खींच लाते हो! अर्थपूर्ण शब्द संजोये .... सहमत हूँ.....
बहुत उम्दा रचना है.. बधाई .....पहली बार आना हुआ यहाँ....उम्मीद है आप की रचनाये फिर यहाँ बुला लेगीं .....
संजय जी, राकेश जी, मोनिका जी, अवन्ती जी... आप सभी का आभार! ब्लौग पर आपका स्वागत है.
बहोत अच्छे । बहोत अच्छा लगा आपका विचार पढकर । नया हिंदी ब्लॉग http://hindidunia.wordpress.com/
Khilesh ji, dhayavaad! Swagat hai aapka blog par!
बहुत बढ़िया...
asa hi hta hai...balance banakar rakhna har kisi ke bas me nahi...bahut khoob
आत्मचिंतन की इस डगर पर दूर तक जाए कवि की चेतना...शुभकामनाएं मधुरेश!
वाह!!!वाह!!! क्या कहने, बेहद उम्दा
ReplyDeleteआपके ब्लॉग पर पहली दफा आया हूँ.
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति है आपकी.
आपको पढकर अच्छा लगा.
मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है.
क्यूँ तमाम बातों को हमेशा ही हदों तक खींच लाते हो!
ReplyDeleteअर्थपूर्ण शब्द संजोये .... सहमत हूँ.....
बहुत उम्दा रचना है.. बधाई .....पहली बार आना हुआ यहाँ....उम्मीद है आप की रचनाये फिर यहाँ बुला लेगीं .....
ReplyDeleteसंजय जी, राकेश जी, मोनिका जी, अवन्ती जी... आप सभी का आभार! ब्लौग पर आपका स्वागत है.
ReplyDeleteबहोत अच्छे ।
ReplyDeleteबहोत अच्छा लगा आपका विचार पढकर ।
नया हिंदी ब्लॉग
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Khilesh ji, dhayavaad! Swagat hai aapka blog par!
ReplyDeleteबहुत बढ़िया...
ReplyDeleteasa hi hta hai...balance banakar rakhna har kisi ke bas me nahi...bahut khoob
ReplyDeleteआत्मचिंतन की इस डगर पर दूर तक जाए कवि की चेतना...
ReplyDeleteशुभकामनाएं मधुरेश!