Thursday, March 21, 2013

मकां आसमां है तेरा


ज़मीं पर है तू मगर मकां आसमां है तेरा,
इन पैरों को पर बनने की ख्वाहिश तो दे ज़रा।

ये हकीक़त जो है, सपनों से सजा ही तो है,
नींद आँखों से हटा, सपनों का दीदार तो करा।

रुख़ हवाओं का भी बदलता है इक दौर के बाद,
भरके दम उनको इस सीने से गुज़रने तो दे ज़रा।

कोई रोके, कोई टोके, क्या ही परवाह हो किसी की,
तुझे जिसकी भी हो परवाह, कदम उस ओर तू बढ़ा।

कहीं थकना, कहीं गिरना, फिर संभलना है मधुर,
राह की राग है अनोखी, बस हो मन सुर से भरा।


Picture Courtesy: http://www.guernik.com/en/ilustracion

14 comments:

  1. बहुत सुन्दर पंक्तियाँ मधुरेश भाई. सपने जीवित रखने होते हैं वरना जीवन में संघर्ष की इच्छा ही खत्म हो जाए. ज़िन्दगी के सफ़र में तो कुछ दीये बुझते हैं और कई और जल जाते हैं. और यह क्रम चलता रहता है. मशहूर पाकिस्तानी शायर डॉ पीरजादा कासिम साब के शेर याद रहे हैं -

    खून से जब जला दिया
    एक दीया बुझा बुझा हुआ

    फिर मुझे दे दिया गया
    एक दीया बुझा बुझा हुआ

    एक ही दास्ताँ-ऐ-शब
    एक ही सिलसिला तो है

    एक दिया जला हुआ
    एक दीया बुझा बुझा हुआ

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  2. कहीं थकना, कहीं गिरना, फिर संभलना है मधुर,
    राह की राग है अनोखी, बस हो मन सुर से भरा।

    आत्मबल देती हुई ....बहुत सुंदर और सार्थक अभिव्यक्ति .....

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  3. कहीं थकना, कहीं गिरना, फिर संभलना है मधुर,
    राह की राग है अनोखी, बस हो मन सुर से भरा।

    Bahut Umda....

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  4. कोई रोके, कोई टोके, क्या ही परवाह हो किसी की,
    तुझे जिसकी भी हो परवाह, कदम उस ओर तू बढ़ा। -apni man ki karo
    latest post भक्तों की अभिलाषा
    latest postअनुभूति : सद्वुद्धि और सद्भावना का प्रसार

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  5. शानदार प्रस्तुति भाई |

    कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
    Tamasha-E-Zindagi
    Tamashaezindagi FB Page

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  6. बहुत सुन्दर ...
    पधारें "चाँद से करती हूँ बातें "

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  7. कहीं थकना, कहीं गिरना, फिर संभलना है मधुर,
    राह की राग है अनोखी, बस हो मन सुर से भरा।

    मन में विश्वास जगाते भाव, बधाई.

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  8. inspirational .....
    fill ur lyf wid new spirit enthusiasm nd zeal ki every day u give ur best in whatever u do ......
    after loads of difficulties ek din to mera bhi aayega ...... :)
    believe in u dat U CAN ND U WILL DO IT !!!!

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  9. बहुत ही सुंदर रचना,,,
    होली की हार्दिक शुभकामनायें!
    Recent post: रंगों के दोहे ,

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  10. कल दिनांक 24/03/2013 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है .
    धन्यवाद!

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  11. बहुत खुबसूरत आत्मबल प्रदान करती पोस्ट।

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  12. रुख़ हवाओं का भी बदलता है इक दौर के बाद,
    भरके दम उनको इस सीने से गुज़रने तो दे ज़रा.,,
    बहुत खूब ... बिलकुल बदलता है हवाओं का रुख ... पर क्या पता वो रुक न जाएं सीने में कहीं ... लाजवाब अभिव्यक्ति ...
    होली की बधाई ..

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  13. रुख़ हवाओं का भी बदलता है इक दौर के बाद,
    भरके दम उनको इस सीने से गुज़रने तो दे ज़रा।

    ...वाह! बेहतरीन ग़ज़ल...होली की हार्दिक शुभकामनायें!

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